kam se kam kisi shudra ko to nahi bulaya aur na hi aya, baharhaal hamaare liye itna hi kaafi hai bandhuwar ki aap blog jagat me aaye , swagat hai aapka
जो शहंशाह(?)एश्वर्या राय को मांगलिक होने के कारण ईरान से लेकर तुरान तक के मंदिर में ले जा रहा हो और तरह-तरह के यज्ञ करवा रहा हो उससे सामाजिक बराबरी की उम्मीद ही कैसे की जा सकती है। वो सिर्फ रील लाइफ में हीरो हो सकते हैं पर रियल लाइफ में हीरो होने के लिए जमीन से जुड़ा होना बहुत जरुरी है।
5 comments:
kam se kam kisi shudra ko to nahi bulaya aur na hi aya, baharhaal hamaare liye itna hi kaafi hai bandhuwar ki aap blog jagat me aaye , swagat hai aapka
स्वागत है आपका;
पर क्या आदमी की पहिचान उसके धर्म से होनी चाहिये?
स्वागत है आपका।
कुछ विस्तार से लिखें।
हिन्दी चिटठा जगत स्वागत है आपका
जो शहंशाह(?)एश्वर्या राय को मांगलिक होने के कारण ईरान से लेकर तुरान तक के मंदिर में ले जा रहा हो और तरह-तरह के यज्ञ करवा रहा हो उससे सामाजिक बराबरी की उम्मीद ही कैसे की जा सकती है। वो सिर्फ रील लाइफ में हीरो हो सकते हैं पर रियल लाइफ में हीरो होने के लिए जमीन से जुड़ा होना बहुत जरुरी है।
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